संभल के AR कोल्ड स्टोरेज हादसे में शुक्रवार शाम तक 28 घंटे के रेस्क्यू के बाद 25 लोगों को मलबे से बाहर निकाला गया। इनमें 14 की मौत हो चुकी है। जबकि 11 को मुरादाबाद हॉस्पिटल में एडमिट किया गया। जहां से 7 लोगों को उपचार के बाद घर भेज दिया गया।
गुरुवार को यहां कोल्ड स्टोरेज की 100 फीट लंबी छत ढह गई थी। इधर, कोल्ड स्टोरेज के मालिक दोनों भाई अंकुर अग्रवाल और रोहित अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
मरने वालों में 11 संभल के हैं। 3 बदायूं के रहने वाले हैं। संभल के 11 मृतकों में 5 कैथल गांव के हैं, जबकि 4 एथल गांव के। वहीं, बदायूं के मृतकों में गांव बझेड़ा के 2 लोग व एक युवक एत्मादपुर का है। मृतकों के शवों को शनिवार को मुरादाबाद से उनके गांव भेजा जाएगा। जहां पुलिस सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार किया जाएगा। DM मनीष बंसल ने बताया, ”गुरुवार दोपहर 12 बजे से रेस्क्यू शुरू हुआ। रातभर में छत की कंक्रीट को हटाया गया। उसके बाद आलू के बोरों को एक-एक करके हटा गया। इस कारण रेस्क्यू में वक्त लगा। 28 घंटे के रेस्क्यू के दौरान जो हालात देखने को मिले वे डराने वाले थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हादसे के 2 घंटे बाद रेस्क्यू ऑपरेशन की शुरुआत हुई। कोल्ड स्टोरेज के अंदर करीब 25 लोग थे। कोई किसान ट्रॉली में आलू लादे खड़ा था, तो कई मजदूर अंदर आलू के बोरे को ऊपर की रैक में रखवा रहे थे।
कोल्ड स्टोरेज की छत गिरी तो जो जहां था वहीं पर दबकर रह गया। जब SDRF और लोकल पुलिस ने बुलडोजर बुलवाकर मलबे को हटाना शुरू किया, तो मलबे से चीखें सुनाई पड़ रही थीं। लोग चिल्ला रहे थे, बचाने की गुहार लगा रहे थे।इसके बाद एक-एक आलू की बोरियां हटाने का काम शुरू हुआ। रेस्क्यू के दौरान कहीं आलू के बाेरों की रैक न गिर जाए इस कारण एक-एक बोरी को खिसकाया गया। गुरुवार दोपहर करीब 3 बजे तक 2 लोगों को निकालकर अस्पताल भेजा गया। फिर NDRF की टीम पहुंची तो रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी आई।