Breaking News
Dainik Bhaskar Hindi

राहुल गांधी का मोदी सरकार पर निशाना, बोले- भारत अब लोकतांत्रिक देश नहीं रहा, एक रिपोर्ट का दिया हवाला

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने गुरुवार को स्वीडन स्थित इंस्टीट्यूट की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि भारत अब लोकतांत्रिक देश नहीं रह गया है। राहुल ने अपने ट्वीट के साथ इस रिपोर्ट से जुड़ी एक फोटो भी शेयर की है। जिस पर लिखा हुआ है कि पाकिस्तान की तरह अब भारत भी ऑटोक्रेटिक है। भारत की स्थिति बांग्लादेश से भी खराब है। 

वी-डेमोक्रेसी की सालाना रिपोर्ट में भारत 2013 में सबसे ज्यादा 0.57 (शून्य से एक के बीच स्केल) स्कोर हासिल किया था जबकि 2020 के लिए यह स्कोर महज 0.34 है। रिपोर्ट में कहा गया है कि मोदी की अगुआई वाली सरकार अपने आलोचकों को चुप कराने के लिए राजद्रोह, मानहानि और काउंटर टेररिज्म के कानूनों का इस्तेमाल कर रही है। मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद से अब तक 7 हजार से ज्यादा लोगों के खिलाफ राजद्रोह का केस दर्ज किया गया है। इनमें ज्यादातर वे हैं जो सत्ताधारी पार्टी के आलोचक हैं।

इससे पहले अमेरिकी संस्था ‘फ्रीडम हाउस’ की भी एक रिपोर्ट सामने आई थी। फ्रीडम हाउस ने ‘डेमोक्रेसी अंडर सीज’ नाम से जारी अपनी रिपोर्ट में भारत को ‘आंशिक रूप से स्वतंत्र’ श्रेणी में रखा था। भारत सरकार ने उस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए रिपोर्ट को ‘भ्रामक, गलत और अनुचित’ करार देते हुए खारिज किया था।

बीते दिनों भी राहुल गांधी ने तमिलनाडु में एक रैली के दौरान देश में लोकतंत्र को लेकर मोदी सरकार को घेरा था। राहुल गांधी ने कहा था संस्थाओं के बीच संतुलन बिगड़ता है तो देश में असंतुलन पैदा होता है। पिछले 6 सालों से सभी संस्थाओं पर व्यवस्थित तरीके से हमला किया जा रहा है। भारत में लोकतंत्र को मारा जा रहा है। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ हमारे देश की संस्थाओं संतुलन को बिगाड़ और बर्बाद कर रहा है।

.Download Dainik Bhaskar Hindi App for Latest Hindi News.

.

...
India is no longer a democratic country says Rahul Gandhi
. .

.



Source link

About Red File News

A group of people who Fight Against Corruption.

Check Also

योगी सरकार ने लागू की एलएडीसीएस प्रणाली,यूपी में मिलेगी फ्री कानूनी सहायता

प्रदेश की जनता को फ्री कानूनी सहायता देने और छोटे-छोटे विवादों को समझौते के आधार …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *