डिजिटल डेस्क, जबलपुर। शर्व हेम्प इंडस वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड भांग उत्पादन एवं प्रसंस्करण के क्षेत्र में भारत सरकार के DPIIT विभाग से प्रमाणित स्टार्टअप हैं। यह स्टार्टअप भाँग के उत्थान में कार्यरत है जिससे उत्तराखंड और हिमाचल के किसानों और समाज की आर्थिक स्थिति सुधरे और सरकार को राजस्व मिले। भांग बीज के उत्पादों के लिए सरकार ने, न GST कोड निर्धारित किया है, न इम्पोर्ट एक्सपोर्ट कोड और न ही FSSAI इसको अभी तक फ़ूड आइटम मानता था। GST और इम्पोर्ट एक्सपोर्ट कोड की लड़ाई अभी जारी है पर FSSAI की लड़ाई अब यह स्टार्टअप जीत चुका है।
गढ़वाल उत्तराखंड की कंपनी शर्व हेम्प इंडस वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड और देहरादून निवासी श्री संकेत जैन के अथक प्रयास के बाद FSSAI ने भांग बीज से प्रसंस्कृत उत्पादों को न सिर्फ पहचाना है बल्कि FSSAI अब भांग बीज उत्पादों की ब्रांडिंग करने के लिए भी अनुमति देने तैयार हैं। अब कोई भी व्यक्ति भांग बीज के उत्पादों की ब्रांडिंग व बिक्री कर सकेगा। FSSAI के इस निर्णय से प्रदेश की अर्थव्यवस्था में नई गति आएगी।
शर्व हेम्प ने भांग उत्पादन का एक सहकारिता मॉडल उत्तराखंड सरकार को प्रस्तुत किया है। यदि उत्तराखंड सरकार शर्व हेम्प को अनुमति देती है तो वित्तीय वर्ष 2021 – 2022 में यह स्टार्टअप 5000 “पहाड़ी परिवारों” को रोजगार देने की क्षमता रखता है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री जी ने भांग उत्पादन की नीति बनाने की अनुशंसा की है। अतः उत्तराखंड शासन को अपनी भाँग नीति में त्वरित सुधार करने की आवश्यकता है जिससे उत्तराखंड राज्य भाँग की खेती और उसके प्रसंस्करण के विषय में हिमाचल प्रदेश से बढ़त ले सके।
खबर में खास
- शर्व हेम्प इंडस वेंचर्स भारत सरकार से प्रमाणित स्टार्टअप
- शर्व हेम्प और देहरादून निवासी श्री संकेत जैन के प्रयासों से FSSAI ने भाँग बीज से प्रसंस्कृत उत्पादों को मान्यता दी
- उत्तराखंड द्वारा भाँग बीज के उत्पादों की ब्रांडिंग और बिक्री की जा सकेगी
- शर्व हेम्प का सहकारिता मॉडल उत्तराखंड के 5000 पहाड़ी परिवारों को रोज़गार दे सकता है
- उत्तराखंड शासन को अपनी भाँग नीति में त्वरित सुधार करने की आवश्यकता
- हिमाचल प्रदेश विधानसभा में मुख्यमंत्री ने भांग उत्पादन की नीति बनाने की अनुशंसा की है