डिजिटल डेस्क, बीजिंग। पिछले साल जून में गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के 8 महीने बाद चीन ने पहली बार माना है कि झड़प में उसके सैनिक भी मारे गए थे। चीन की ओर से एक वीडियो जारी कर कहा जा रहा है कि भारतीय सैनिकों की ओर से चीनी क्षेत्र में घुसने की कोशिश की गई।
बता दें कि इस झड़प में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए थे, लेकिन चीन ने अपने नुकसान की कोई जानकारी नहीं दी थी। लेकिन, इस वीडियो के सामने आने के बाद यह साफ हो गया है कि गलवान झड़प में चीन के सैनिक भी मारे गए थे।
वीडियो में यह दिखाया
चीन के सरकारी मीडिया की ओर से जारी वीडियो में कहा गया कि गलवान में हुई झड़प का ऑन-साइट वीडियो है। यह दिखाता है कि किस तरह भारतीय सैनिकों ने धीरे-धीरे चीन के क्षेत्र में घुसने की कोशिश की। इस वीडियो में भारत का नाम लिए बगैर कहा गया है अप्रैल 2020 में विदेशी सेना ने पूर्व के समझौते तोड़ते हुए सीमा पारकर सड़क व पुल बनाने शुरू किए। जिससे यहां तनाव बढ़ा।
गलवान घाटी में झड़प का इल्जाम भारत के माथे पर मढ़ने की कोशिश
वीडियों में भारत और चीन की सेना के बीच हुई इस झड़प के कथित अंश शामिल हैं। वीडियो के जरिए चीन ने एक बार फिर गलवान घाटी में झड़प का इल्जाम भारत के माथे पर मढ़ने की कोशिश की है। ऐसे समय में जब लद्दाख में दोनों देश अपनी सेनाओं को वापस बुला रहे हैं, चीन का यह कदम एक बार फिर शांति के प्रयासों को झटका दे सकता है।
On-site video of last June’s #GalwanValley skirmish released.
It shows how did #India’s border troops gradually trespass into Chinese side. #ChinaIndiaFaceoff pic.twitter.com/3o1eHwrIB2— Shen Shiwei沈诗伟 (@shen_shiwei) February 19, 2021
चीन ने शुक्रवार को ही 5 सैनिकों के मारे जाने की बात कबूली थी
इससे पहले शुक्रवार को चीन ने पहली बार आधिकारिक तौर पर यह माना कि गलवां घाटी झड़प में उसके चार सैनिक मारे गए थे। चीन की आधिकारिक समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने चीन सेना के अखबार पीएलए डेली के हवाले से कहा कि इन सैनिकों को सम्मानित किया गया है। इन सैनिकों में पीएलए शिनजियांग मिलिट्री कमांड के रेजीमेंटल कमांडर क्यूई फबाओ, चेन होंगुन, जियानगॉन्ग, जिओ सियुआन और वांग ज़ुओरन शामिल हैं। इनमें से 4 की मौत गलवान के हिंसक झड़प में हो गई थी, जबकि एक की मौत रेस्क्यू के वक्त नदी में बहने से हुई। हालांकि, अमेरिका की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि चीन के 35 सैनिक मारे गए थे।
भारतीय सेना ने नहीं दिया जवाब
चीन के सरकारी मीडिया द्वारा जारी इस वीडियो के बारे में भारतीय सेना ने अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। वायुसेना के अवकाश प्राप्त वाइस एयर मार्शल एनबी सिंह कहते हैं कि 8 महीने बाद वीडियो जारी करने के कुछ तो मायने हैं। चीन यहां भी नई चाल चल रहा है। एनबी सिंह का कहना है कि इस तरह की स्थितियों से निबटने में भारत सक्षम है।
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